ग्रहण सूतक व वर्जित कार्य

 [11/7, 7:35 PM] राजेश मिश्र 'कण': श्रीराम ।

खग्रास चन्द्रग्रहण-सन् २०२२ में लगने वाला यह दूसरा खग्रास चन्द्रग्रहण कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा मंगलवार तदनुसार ८ नवम्बर २०२२ को लगेगा। यह ग्रहण एशिया, आस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका, उत्तर-पूर्व यूरोप के  कुछ भाग तथा दक्षिणी अमेरिका के अधिकांश भाग से दिखाई देगा। यूनिवर्सल टाईम के अनुसार इस ग्रहण का आरम्भ १.३२P.M. से होगा तथा मोक्ष या | समाप्ति ७.२७ P.M. पर होगी। र



श्री शुभ संवत् २०७९, शाके १९४४ कार्तिक शुक्ल १५ भौमवासरे। तदनुसार ८ नवम्बर २०२२ काश्यां ग्रस्तोदित खग्रास चन्द्रग्रहणम्।


काश्यां


समय चंद्रोदय सॉय ५:९

खग्रास सॉय ५:१२

मोक्ष सांय ६:१९

              चन्द्रग्रहण का सूतक ९ घंटे पहले प्रात: ८:१२ पर आंरभ होगा।


अन्य शहरो के समय मे स्थानिक मान अनुसार परिवर्तन होगा।

दिल्ली ५:२८

मुंबई  ६:०१

नासिक , पुणे ५:५५

गोरखपुर ५:०६

पटना ५:०१

धनबाद ४:५८

डिब्रुगढ़ ४:१८

गौहाटी ४:३३

जबलपुर ५:२६

सूरत ५:५८


ग्रहणकाल १:१० मिनट का है ।


जय जय सीताराम ।

पं.राजेश मिश्र "कण"

[11/7, 7:41 PM] राजेश मिश्र 'कण': श्रीराम ।

सूतक सूर्य ग्रहण का सूतक स्पर्श समय से १२ घंटे पूर्व प्रारम्भ हो जाता है एवं चन्द्र ग्रहण का ९ घंटे पूर्व स्पर्श के समय स्नान पुनः मोक्ष के समय स्नान करना चाहिए। सूतक लग जाने पर मन्दिर में प्रवेश करना मूर्ति को स्पर्श करना, भोजन करना, मैथुन क्रिया, यात्रा इत्यादि वर्जित हैं। बालक, वृद्ध, रोगी अत्यावश्यक में पथ्याहार ले सकते हैं। भोजन सामग्री जैसे दूध, दही, घी इत्यादि में कुश रख देना। चाहिए। ग्रहण मोक्ष के बाद पीने का पानी ताजा ले लेना चाहिए। गर्भवती महिलाएँ पेट पर गाय के गोबर का पतला लेप लगा लें। ग्रहण अवधि में श्राद्ध-दान-जप मंत्र सिद्धि इत्यादि का शास्त्रोक्त विधान है। ग्रहण जहाँ से दिखाई देता है सूतक भी वहीं लगता है एवं धर्मशास्त्रीय मान्यताएं भी वहीं लागू होती

है तथा उसका फलाफल भी वही लागू होगा। जहॉ ग्रहण दृश्य नही वहॉ कोई फलाफल नही होता।

पं.राजेश मिश्र "कण "

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