फंसा धन वापस पाने का उपाय

 यदि आपने किसी को उधार दिया हो और वह वापस न कर रहा हो। आपका धन भूमि वाहन मकान आदि का विवाद चल रहा हो । तो इन सभी के शीघ्र समाधान के लिए कार्तवीर्य अर्जुन स्तोत्र का नियमित 108 पाठ करे। य 16000 का अनुष्ठान करे।

साधक लाल रंग के वस्त्र धारण करे।

किसी भी शुभ दिन से आरंभ कर सकते है।

पाठ शुद्ध करे।

यदि स्वंय शुद्ध पाठ न कर सके तो किसी विद्वान ब्राह्मण से करायें।

।। श्री कार्तवीर्यार्जुन स्त्रोत || 

Shri Kartavirya Arjuna Stotram || Kartavirya Arjuna Stotra


कार्तवीर्यार्जुनॊनाम राजाबाहुसहस्रवान्।

तस्यस्मरण मात्रॆण गतम् नष्टम् च लभ्यतॆ॥

कार्तवीर्यह:खलद्वॆशीकृत वीर्यॊसुतॊबली।

सहस्र बाहु:शत्रुघ्नॊ रक्तवास धनुर्धर:॥

रक्तगन्थॊ रक्तमाल्यॊ राजास्मर्तुरभीश्टद:।

द्वादशैतानि नामानि कातवीर्यस्य य: पठॆत्॥

सम्पदस्तत्र जायन्तॆ जनस्तत्रवशन्गतह:।

आनयत्याशु दूर्स्थम् क्षॆम लाभयुतम् प्रियम्॥

सहस्रबाहुम् महितम् सशरम् सचापम्।

रक्ताम्बरम् विविध रक्तकिरीट भूषम्॥

चॊरादि दुष्ट भयनाशन मिश्टदन्तम्।

ध्यायॆनामहाबलविजृम्भित कार्तवीर्यम्॥

यस्य स्मरण मात्रॆण सर्वदु:खक्षयॊ भवॆत्।

यन्नामानि महावीरस्चार्जुनह:कृतवीर्यवान्॥

हैहयाधिपतॆ: स्तॊत्रम् सहस्रावृत्तिकारितम्।

वाचितार्थप्रदम् नृणम् स्वराज्यम् सुक्रुतम् यदि॥

॥ इति कार्तवीर्यार्जुन द्वादश नामस्तॊत्रम् सम्पूर्णम् ॥


पं. राजेश मिश्र कण

भास्कर ज्योतिष्य व तंत्र अनुसंधान केन्द्र


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