आईये जानते है, कि वे कौन से मंत्र है जो कलियुग मे शीघ्र फल देने वाले है।
और कौन सा मंत्र आपके लिये होगा शीघ्र फलदायी
ऋण व धन शोधन प्रकार
कलियुग मे जो सिद्धिदायक मंत्र है, उन्हे बतलाता हू।
नृसिंह का एकाक्षर मंत्र- क्ष्रौं
नृसिंह का त्र्यक्षर मंत्र - ह्रीं क्ष्रौं ह्रीं
नृसिंह का अनुष्टुप् मंत्र-
उग्र वीरं महाविष्णुं ज्वलन्तं सर्वतोमुखम्।
नृसिंह भीषणं भद्र मृत्युं-मृत्युं नमाम्यहम।।
कार्तवीर्यार्जुन का एकाक्षर मंत्र- क्रों
कार्तवीर्यार्जुन का अनुष्टुप् मन्त्र-
कार्तवीर्यार्जुनो नाम राजा बाहुसहस्रवान्।
यस्य स्मरण मात्रेण गतं नष्टं च लभ्यते।।
हयग्रीव मंत्र- ह्ंसूं
हयग्रीव का अनुष्टुप् मंत्र-
उद्गिरद् प्रणवोद्गीथ सर्ववागीश्वरेश्वर।
सर्व वेदमयाचिन्त्य सर्व बोधय बोधय।।
चिन्तामणि मंत्र-क्ष्म्न्यों
शाश्त्र वचन-
अघोरा दक्षिणामूर्तिरुमामाहेश्वरो मनुः।
हयग्रीवोवराहश्चलक्ष्मीनारायणस्तथा।।
प्रणवाद्याश्चतुर्वर्णा वह्नेर्मंत्रास्तथावरवेः।
प्रणवाद्योगणपतिर्हरिद्रागणनायकः।।
सौरोष्टाक्षरमन्त्रश्चतथारामषडक्षर।
मन्त्रराजोध्रुवादिश्चप्रणवो वैदिकोमनुः।।
वर्णत्रयाय दाताव्या एते शूद्रायनो बुद्धैः।
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